मई 2023 में घरेलू अर्थव्‍यवस्‍था ने प्रमुख पदों पर नियुक्तियों को बढ़ावा दिया: नौकरीजॉबस्‍पीक

By: Dilip Kumar
6/5/2023 3:03:56 PM
नई दिल्ली

कुलवंत कौर के साथ बंसी लाल की रिपोर्ट। नौकरीजॉबस्‍पीक इंडेक्‍स, जोकि भारत में व्‍हाइट-कॉलर (प्रमुख पदों) की नियुक्तियों का एक सबसे सटीक प्रतिबिम्‍ब है, मई 2023 में 2849 पर रहा, जोकि पिछले महीने से 5% अधिक है और मई 2022 की अपनी वैल्‍यू 2863 के लगभग समान है। इंडेक्‍स में तुलनात्‍मक रूप से समान वृद्धि विभिन्‍न सेक्‍टर्स और भौगोलिक क्षेत्रों में नियुक्ति के ट्रेंड का मजबूत रुझान दिखाती है। पिछले साल की तुलना में नई नौकरियों मे 31% की शानदार बढ़ोतरी के साथ, ऑयल एण्‍ड गैस सेक्‍टर साफ तौर से नियुक्तियों के हॉटस्‍पॉट के रूप में उभरा है, जबकि आईटी सेक्‍टर में नियुक्तियाँ मई 2022 के अपने स्‍तर से 23% नीचे आई हैं।

मई 2023 में ऑयल एण्‍ड गैस, रियल एस्‍टेट, बैंकिंग और फार्मा सेक्‍टर ने भर्ती में बढ़ोतरी का नेतृत्‍व किया

पिछले कुछ महीनों में नई नौकरियों में सालाना 10-20% की बढ़ोतरी की तुलना में 31% की वृद्धि के साथ ऑयल एण्‍ड गैस सेक्‍टर की तेजी जारी रही। इसका श्रेय ऊर्जा सुरक्षा और रिफाइनरी के विस्‍तार पर नये तरीके से केन्द्रित होने को दिया जा सकता है। जिन भूमिकाओं की मांग में उल्‍लेखनीय बढ़त हुई, उनमें प्रोडक्‍शन इंजीनियर्स, प्रोसेस इंजीनियर्स और क्‍वालिटी ऑडिटर्स शामिल हैं। महत्‍वपूर्ण शहरों, जैसे कि हैदराबाद, चेन्‍नई और पुणे में मध्‍यम से लेकर वरिष्‍ठ भूमिकाओं के लिये नियुक्ति में उल्‍लेखनीय उछाल देखा गया।

रियल एस्‍टेट और बैंकिंग सेक्‍टर्स ने नियुक्ति के मामले में सकारात्‍मक रुझान दिखाना जारी रखा और पिछले साल की मई की तुलना में नियुक्ति की गतिविधियों में क्रमश: 22% और 14% वृद्धि दर्ज की। रियल एस्‍टेट सेक्‍टर में निर्माण से जुड़ी भूमिकाओं, जैसे कि इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर आर्किटेक्‍ट, सिविल इंजीनियर और साइट सुपरवाइजर की मांग बढ़ी है। बैंकिंग सेक्‍टर में रिलेशनशिप मैनेजर्स और क्रेडिट एनालिस्‍ट्स की भूमिकाओं के लिये भी मांग में बढ़ोतरी देखने को मिली। क्षेत्र के संदर्भ में कोलकाता, मुंबई और अहमदाबाद ने रियल एस्‍टेट और बैंकिंग की नौकरियों में सबसे ज्‍यादा वृद्धि की, जहाँ 12 साल या ज्‍यादा के अनुभव वाले वरिष्‍ठ पेशेवरों की मांग सबसे ज्‍यादा रही।

फार्मा सेक्‍टर एक अन्‍य अच्‍छी जगह के रूप में उभरा, जिसने पिछले साल की मई की तुलना में नियुक्ति की गतिविधि में सम्‍मानजनक 11% वृद्धि दर्ज की। इस सेक्‍टर में उच्‍च भूमिकाओं, जैसे कि फार्मा प्रोडक्‍ट मैनेजर्स और क्लिनिकल असिस्‍टेन्‍ट्स ने वृद्धि को बढ़ावा किया। खासकर मुंबई और चेन्‍नई में मांग ज्‍यादा रही और मध्‍यम स्‍तर के पेशवर सबसे ज्‍यादा मांग में रहे। ऑटोमोबाइल और हॉस्पिटेलिटी उन दूसरे सेक्‍टरों में शामिल थे, जहाँ पिछले साल की मई की तुलना में सृजित हुए नये रोजगारों में क्रमश: 10% और 8% वृद्धि के साथ नियुक्ति के रुझान सकारात्‍मक रहे।

आईटी उद्योग चिंता का क्षेत्र बना रहा, जहाँ पिछले साल की मई में आये उछाल की तुलना में सृजित नये रोजगार 23% कम हुए। नियुक्ति में कमी सभी प्रकार की आईटी कंपनियों में देखी गई, जिनमें बड़ी वैश्विक टेक्‍नोलॉजी कंपनियाँ, आईटी सेवाएं देने वालीं बड़ी कंपनियाँ, टेक्‍नोलॉजी पर केन्द्रित स्‍टार्टअप्‍स और यूनिकॉर्न्‍स शामिल थे। आईटी पर केन्द्रित सबसे ज्‍यादा कंपनियों वाले शहरों, जैसे कि बेंगलुरु, हैदराबाद, चेन्‍नई और पुणे को सबसे ज्‍यादा धक्‍का लगा। इन चुनौतियों के बावजूद उच्‍च भूमिकाओं, जैसे कि मशीन लर्निंग इंजीनियर्स और बिग डाटा इंजीनियर्स ने नियुक्ति के सकारात्‍मक चलन दिखाए और ज्‍यादातर दूसरी तकनीकी भूमिकाओं में दिखे नकारात्‍मक चलन की भरपाई की। आईटी के अलावा, रिटेल, शिक्षा, बीमा और बीपीओ जैसे सेक्‍टरों ने भी नियुक्ति के रुझानों में चेताया और मई 2022 की तुलना में वहाँ नियुक्तियों में क्रमश: 21%, 16%, 15% और 14% की कमी आई।

नियुक्ति के उभरते एपिसेंटर: नॉन-मेट्रो शहर नियुक्तियों में आगे

नॉन-मेट्रो शहर नियुक्ति के मामले में नया रास्‍ता दिखाने वाले बनकर उभरे, जिनमें अहमदाबाद, वडोदरा और जयपुर ने पिछले साल की मई की तुलना में नियुक्ति की गतिविधि में क्रमश: 26%, 22% और 17% वृद्धि दिखाई। इसमें प्रमुख रूप से बैंकिंग और ऑटो सेक्‍टरों की हिस्‍सेदारी रही। दूसरी ओर, मुंबई और दिल्‍ली को छोड़कर बड़े मेट्रो शहरों मे नियुक्ति की गतिविधि या तो समान रही या थोड़ी कम हुई, जहाँ मई 2023 में नियुक्ति की गतिविधि में 5% की वृद्धि हुई। इस वृद्धि का मुख्‍य श्रेय विशेष सेक्‍टर्स में नियुक्तियाँ बढ़ने को जाता है, जैसे कि मुंबई में रियल एस्‍टेट और टेलीकॉम और दिल्‍ली में हेल्‍थकेयर और ऑटो सेक्‍टर।

वरिष्‍ठ पेशेवरों की मांग ज्‍यादा बनी रही

व्‍हाइट-कॉलर नियुक्ति बाजार वरिष्‍ठ स्‍तर की नौकरी चाहने वालों के लिये बेहतरीन बना रहा। खासकर, 13 से 16 वर्ष और 16 वर्ष से ज्‍यादा के अनुभव वाले पेशेवरों के लिये पिछले साल की मई की तुलना में नये रोजगार के अवसरों में क्रमश: 26% और 39% वृद्धि हुई। शिक्षा, ऑटो और ऑयल सेक्‍टर्स में वरिष्‍ठ पेशेवरों की सबसे ज्‍यादा नियुक्तियाँ हुईं। नये लोगों और मध्‍यम स्‍तर के पदों के लिये नियुक्ति शांत रही और इस गतिविधि में पिछले साल की मई की तुलना में 7% की कमी आई। इस कमी के बावजूद, बीमा और हेल्‍थकेयर जैसे सेक्‍टर्स ने नये लोगों के लिये नियुक्ति के सकारात्‍मक रुझान जारी रखे। Naukri.com के चीफ बिजनेस ऑफीसर पवन गोयल ने कहा, “प्रमुख पदों पर नियुक्ति में कई सेक्‍टर्स जैसे कि रियल एस्‍टेट, बैंकिंग, ऑयल एण्‍ड गैस और फार्मा में हुई बढ़ोतरी भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था का विकासपरक और विविधतापूर्ण स्‍वभाव दिखाती है।‘’

नौकरीजॉबस्‍पीक एक मासिक सूचकांक है, जोकि Naukri.com के रिज्‍़यूम डेटाबेस पर नियोक्‍ताओं की रोजगार से सम्‍बंधित खोज* और नये रोजगार की सूचियों के आधार पर भारत के रोजगार बाजार और नियुक्ति की गतिविधि की स्थिति बताता है। जॉबस्‍पीक इंडेक्‍स कई आयामों में नियुक्ति की गतिविधि दिखाता है, जैसे कि उद्योग, शहर, कार्यात्‍मक क्षेत्र और अनुभव। जुलाई 2008 का महीना आधार है, जिसका इंडेक्‍स वैल्‍यू 1000 है और उसके बाद का मासिक सूचकांक जुलाई 2008 के डेटा से तोला जाता है। यह सूचकांक भारत में प्रमुख पदों पर नियुक्ति का बेहद मजबूत और भरोसेमंद संकेतक है। इसका समूहन हर साल 70 लाख से ज्‍यादा नये रोजगारों के साथ 100,000 से ज्‍यादा ग्राहकों की नियुक्ति गतिविधि के आधार पर होता है। रिपोर्ट में छोटे-मोटे रोजगार, अत्‍यंत स्‍थानीय नियुक्ति या कैम्‍पस प्‍लेसमेंट को शामिल न‍हीं किया जाता है। बढ़ी हुई अवधि में जॉबस्‍पीक पर इंटरनेट की पहुँच और नौकरी की बाजार में हिस्‍सेदारी का प्रभाव हो सकता है।

 


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