CEGR के वेबिनार में रिसर्च व नॉलेज हब के रूप में कर्नाटक के सामने चुनौतियों पर खास चर्चा

By: Dilip Kumar
3/2/2023 10:21:49 AM

सेंटर फॉर एजुकेशन ग्रोथ एंड रिसर्च ने वरिष्ठ शिक्षाविद के साथ वेबिनार का आयोजन किया जिसमें विद्वजन ने चैलेंज एंड वेज टू क्रिएट कर्नाटक एज रिसर्च एंड नॉलेज हब ऑफ इंडिया विषय पर राउंड टेबल डिस्कसन किया गया। इस कार्यक्रम का मोडरेट सीईजीआर के डायरेक्टर रविश रोशन ने किया। इस खास आयोजन को मोडरेट करते हुए रविश रोशन ने कहा कि कर्नाटक रिसर्च का हब है जो सॉफ्टवेयर में अपना स्थान वैश्विक स्तर पर बनाए हुए है। आज एकेडमिया एकेडमिया तालमेल की आवश्यकता है जिसके लिए सीईजीआर लगातार तत्पर है जिसमें हमें काफी सफलता हासिल हुई है जो हमारे कार्यक्रम में साफ दिखता है।

इस मौके पर सीईजीआर कर्नाटक स्टेट काउंसिल की घोषणा की गई। सीईजीआर कर्नाटक स्टेट काउंसिल प्रेसिडेंट व आईएसबीआर फाउंडर व एमडी डॉ. मनीष कोठारी ने सीनियर वाइस प्रेसिडेंट व एआईएमएस इंस्टीट्यूट फाउंडर डॉ. किरेन रेड्डी, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट व इंपैक्ट ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट प्रेसिडेंट डॉ. एलिस अब्राहम, वाइस प्रेसिडेंट व एम.एस रमैय्या यूनिवर्सिटी ऑफ अप्लायड साइंस के वीसी प्रो के के रैना,वाइस प्रेसिडेंट व संत जोसेफ यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो विक्टर लोबो एसजे, वाइस प्रेसिडेंट व सिद्धारथा एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन के वीसी डॉ. बालकृष्णा शेट्टी, वाइस प्रेसिडेंट व आरवी यूनिवर्सिटी वीसी प्रो वाई एस आर मूर्ति, वाइस प्रेसिडेंट व सीएमआर यूनिवर्सिटी वीसीस प्रो एच. बी राघवेंद्र, वाइस प्रेसिडेंट व प्रेसिडेंसी यूनिवर्सिटी प्रो. चांसलर प्रो. मुड्डी विनय, वाइस प्रेसिडेंट व एमएटीएस इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट ऑफ इंटरप्रेनरशिप डायरेक्टर डॉ. जितेंद्र मिश्रा, वाइस प्रेसिडेंट व अनूदीप फाउडेंशन सीईओ मोनीषा बनर्जी नाम की घोषणा की। जिसपर सहमति दिल्ली से सीईजीआर के डायरेक्टर रविश रोशन ने दिया एवं टीम को बधाई दी।

मनीष कोठरी ने कर्नाटक टीम को बधाई देते हुए अपने पुराने उपलब्धि पर खास चर्चा की जिसमें बंगलुरु में आयोजित कार्यक्रम की चर्चा की गई जिसमें साढ़े चार सौ डेलीगेट ने भाग लिया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के राज्यपाल महामहिम थावरचंद गहलोत थे। मनीष कोठरी ने कहा कि कर्नाटक मे रिसर्च पर काफी काम हो रहा है जिसमें एकेडमिया का महत्वपूर्ण रोल है। एआईएमएस इंस्टीट्यूट फाउंडर डॉ किरेन रेड्डी ने कहा कि कर्नाटक रिसर्च हब के रूप में पहचाना जाता है। कई चैलेंज हैं लेकिन इसके बावजूद भी लगातार हम बढ़ रहे हैं। रिसोर्सें को सही उपयोग की जरूरत है। संत जोसेफ यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो विक्टर लोबो एसजे ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आज रिसर्च की ज्यादा जरूरत है कर्नाटक के संस्थान इसको लेकर सजग है। सरकार भी रिसर्च पर जोर दे रही है। ऐसे में निजी संस्थान को भी इस पर जोर दिया जा रहा है।

इंपैक्ट ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट प्रेसिडेंट डॉ एलिस अब्राहम, एम.एस रमैय्या यूनिवर्सिटी ऑफ अप्लायड साइंस के वीसी प्रो के के रैना,वाइस प्रेसिडेंट व सीरी सिद्धारथा एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन के वीसी डॉ बालकृष्णा शेट्टी, वाइस प्रेसिडेंट व आरवी यूनिवर्सिटी वीसी प्रो वाई एस आर मूर्ति, वाइस प्रेसिडेंट व सीएमआर यूनिवर्सिटी वीसीस प्रो. एच. बी राघवेंद्र, वाइस प्रेसिडेंट व प्रेसिडेंसी यूनिवर्सिटी प्रो. चांसलर प्रो मुड्डी विनय, वाइस प्रेसिडेंट व एमएटीएस इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट ऑफ इंटरप्रेनरशिप डायरेक्टर डॉ. जितेंद्र मिश्रा, वाइस प्रेसिडेंट व अनूदीप फाउडेंशन सीईओ मोनीषा बनर्जी, ट्रू स्कोलर के सीईओ मयूर ने अपने विचार रखें। कार्यक्रम के अंत में मनीष कोठरी ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि 16 स्पीकर ने विचार व्यक्त किए हैं जो अति महत्वपूर्ण है यह अद्भूत है। कर्नाटक के पूरी कोर टीम को आपस में मिलकर आगे बढ़ना है जिसकी शुरुआत हो चुकी है।


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